मध्यप्रदेश में 53 हो गई प्राइवेट यूनिवर्सिटी

प्रदेश में 53 हो गई प्राइवेट यूनिवर्सिटी

 मध्यप्रदेश प्रदेश में प्राइवेट यूनिवर्सिटी की संख्या अब 53 हो गई है। इनमें से 11 यूनिवर्सिटी ऐसी हैं जिनमें

जुलाई से पहली बार छात्र पढ़ने पहुंचेंगे। मप्र निजी विवि विनियामक आयोग के पास वर्तमान में 15 यूनिवर्सिटी के आवेदन भी हैं। यह प्रक्रियाधीन हैं। इनमें पांच विवि ऐसे हैं जिन्हें चालू वर्ष में अनुमति मिल सकती है। खास बात यह है कि प्राइवेट यूनिवर्सिटीज पीएचडी भी करवा रही हैं। आयोग अब पीएचडी से संबंधित युजीसी के नियम इन पर भी लागू करेगा। इसके लिए आयोग जल्द ही पीएचडी से जुड़े यूजीसी के नियम के साथ ही जरूरी बदलाव निजी विवि पर भी लागू करेगा। गौरत्लब है कि अब नेट की परीक्षा का स्कोर तीन अलग-अलग कैटेगरीहमें जारी होगा। तीसरी कैटेगरी सिर्फ पीएचडी नामांकन के लिए अलग से शामिल की है। यह ऑल इडिया लेवल पर उच्च शिक्षण संस्थानों में पीएचडी एंट्रेंस टेस्ट के विकल्प के रूप में इस्तेमाल की जा सकेगी। आयोग के अधिकारियों के मुताबिक प्राइवेट यूनिवर्सिटी ने अब तक करीब 800 पीएचडी करवाई हैं, यानि यह अवार्ड हुई हैं। इसी के साथ करीब साढ़े तीन हजार से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हैं। वर्तमान में प्राइवेट यूनिवर्सिंटी के माध्यम से पीएचडी आसानी से हो जाती थी। लेकिन, अब इसके लिए भी कड़े नियम लागू किए जा जाएंगे। इसी के साथ वायवा, सिनोपसिस, थीसिस आदि के लिए भी संबॉँधित अभ्यर्थी को प्रेजेंटेशन आदि देना होगा। निजी विवि विनियामक आयोग के अध्यक्ष डॉ. भरत शरण सिंह ने बताया कि पीएचड़ी के लिए यूजीसी के नियम प्राइवेट यूनिवर्सिंटी पर भी लागू कर रहे हैं। अब तक निजी विवि 800 पीएचडी अवार्ड कर च्के हैं। इसी के साथ करीब साढ़े तीन हजार रजिस्ट्रेशन भी हैं। इस साल 11 यूनिवसिंटी में फहली बार छात्र पढ़ेंगे।

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