तीनों सेनाओं में महिलाएं

महिलाएं तीनों सेनाओं
गत 7 मई की उस तस्वीर को पूरी दुनिया ने देखा था, जिसमें सैन्य बलों की दो जांबाज महिला अफसर सेना की प्रेस ब्रीफिंग में “ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर जानकारी दे रही थीं। इस ब्रीफिंग में भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी के एक तरफ थीं कर्नल सोफिया कुरैशी तो दूसरी ओर थीं विंगकमांडर व्योमिका सिंह। यह भारत के सशस्त्र बलों में भारतीय नारी शक्ति का भी एक दमदार संकेत था।
वैसे सेना में महिलाओं की उपस्थिति आज से नहीं रही है। लेकिन बीते कुछ सालों के दौरान भारतीय सैन्य बलों में महिलाओं की भागीदारी में महत्वपूर्ण बढ़ोतरी देखने को मिली है। सेना में महिलाओं की भर्ती को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने हाल के वर्षों में महिला अधिकारियों और अन्य रैंकों (ORs) के प्रतिशत अनुपात को बढ़ाने की दिशा में भी अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। सैन्य विशेषज्ञों के अनुसार आज भारतीय सशस्त्र बल जेंडर न्यूट्रल है। यानी सैन्य बलों और सैन्य सेवाओं में पुरुष तथा महिला सैनिकों की तैनाती, कार्य परिस्थितियोँ और सुविधाओं में कोई अंतर नहीं होता है। पोस्टिंग संगठनात्मक आवश्यकताओं के अनुसार होती है। महिलाओं की नियुक्ति उनकी योग्यता के आधार पर होती है।
भारतीय सशस्त्र बलों के तीनों अंगों- थलसेना,नौसेना और वायुसेना में अब महिलाओं को लड़ाकू(कॉम्बैट) भूमिकाएं भी सौंपी जा रही हैं। इन्हें अधिकारियों के तौर पर निगरानी और नेतृत्व की जिम्मेदारियां भी दी जा रही हैं।
2021 के ऐतिहासिक फैसले से बदले हालात
2021 के पहले तक भारतीय सेना में महिलाएं केवल शॉर्ट कमीशन के जरिए ही शामिल हो सकती थीं(यानी सीमित अवधि की सेवा)। लेकिन 17 फरवरी 2020 के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद स्थिति बदल गई। 23 नवंबर 2021 को सरकार ने एक ऐतिहासिक कदम उठाया, जिसके तहत भारतीय सशस्त्र बलों में महिला अधिकारियों को स्थायी कमीशन देने की शुरुआत हुई। यानी अब पुरुषों की तरह महिलाएं भी पूरी सेवा अवधि तक सेना में बनी रह सकती हैं और नेतृत्व की भूमिका भी निभा सकती हैं।
कितनी महिलाएं हैं तीनों सेनाओं में ?
भारत की तीनों सेनाओं (थलसेना, नौसेना, वायसेना) में कितनी महिलाएं काम करती हैं, इसको लेकर अगस्त 2023 में संसद में आंकड़े पेश किए गए थे। केंद्रीय रक्षा मंत्री द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक 11,414 महिलाएं तीनों सेनाओं में सेवाएं दे रही हैं।
# 7,054
महिलाएं भारतीय थल सेना में सेवारत हैं। इनमें 173 महिला अधिकारी हैं। यह आंकड़ा 1जनवरी 2023 तक का है।
1,654महिलाएं भारतीय वायुसेना में अधिकारी बतौर सेवारत। जबकि
155 महिलाएं” एयरमेन’ (अग्रिवीर वायु) के रूप में सेवा दे रही हैं।
580
महिलाएं अधिकारी बतौर सेवारत हैं भारतीय नौसेना में, जबकि 726 महिलाएं ‘सैलर्स’ (अग्रिवीर) के तौर पर तैनात हैं।
मेडिकल कॉप्स और एमएनएस
1,212
महिलाएं भारतीय थल सेना के आर्मी मेडिकल कॉप्स्स, 168 आर्मीडैंटल कॉप्स और 3,841 मिलिट्री नर्सिंग सर्विस (MNS) में हैं।
151
महिलाएं नौसेना के मेडिकल कॉप्स्स,10 महिलाएँ डेंटल कॉप्सऔर 380 महिलाएं मिलिट्री नर्सिंग सर्विस में सेवारत हैं।
274
महिलाएं भारतीय वायुसेना केमेडिकल कॉप्स,5 महिलाएं डेंटल
काॅप्स और 425 महिलाएं मिलिट्रीनसिंग सर्विस में सेवारत हैं।
