वाइल्ड लाइफ क्षेत्र में करियर -वुड साइंस, फॉरेस्ट्री
- वाइल्ड लाइफ क्षेत्र में करियर -वुड साइंस, फॉरेस्ट्री,
वन्य जीव तथा जंगलों के रखरखाव में रुचि रखने वालों को लिए वन सेवा/वाइल्ड लाइफ में करियर बनाना सर्वोत्तम होता है । इसके लिए एक तरफ जहां संघ लोक सेवा आयोग परीक्षाएं आयोजित करता है, वहीं दूसरी ओर अलग-अलग राज्यों के द्वारा भी कई तरह की परीक्षाओं का आयोजन किया जाता है। राज्य सरकार के द्वारा ली जाने वाली परीक्षाओं को पास कर इस क्षेत्र में अपना कॅरियर बना सकते हैं। भारत वन्यजीव तथा जंगलों की विविधता
से संपन्न राष्ट्र है। यहां 51 व्याघ्र आरक्षक, 101 राष्ट्रीय उद्यान तथा 553 वन्यजीव अभयारण्य हैं ।
इंसान को जीवनयापन के लिए विविध प्रकार की चीजें उपलब्ध करवाने वाले जंगलों के एक-एक पहलू मे आज एक एडवेंचरस करियर छिपा है। वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी, फॉरेस्ट गाइड से इतर वुड साइंस, फॉरेस्ट्री, पेपर टेक्नोलॉजी और एनवायर्नमेंट मैनेजमेंट जैसे कई फील्ड्स भी आज करियर के अच्छे विकल्प पेश कर रहे हैं। जंगलों से जुड़े इन विभिन्न क्षेत्रों में करियर का सफर तय करने के लिए आप भी कर सकते हैं फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट (डीम्ड) यूनिवर्सिटी के पीजी कोर्स में आवेदन और बना सकते हैं एक शानदार करियर।
फरेस्ट गार्ड पद के लिए किसी भी विषय से 12वीं पास होने की डिग्री आवश्यक है। वन्य जीव चिकित्सक वन्यजीवों के घायल होने पर उनके उपचार तथा देखभाल का कार्य करतेहैं। चिकित्सक के लिए 12वीं विज्ञान विषय से करने के बाद एआइपीवीटी की परीक्षा दी जा सकती है। यह 4 साल का कोर्स देश के अलग-अलग संस्थानों तथा विश्वविद्यालयों में कराया जाता है। वन्य जीव संरक्षण के क्षेत्र में कई एनजीओ भी अपना अहम योगदान दे रहे हैं। इसमें एजुकेशन ऑफिसर, कम्युनिटी ऑफिसर गांव के लोगों को वनों के बारे में जागरूक करते हैं तथा उनको अल्टरनेट लाइवलीहुड के लिए प्रेरित करते हैं। ऐसे कार्यों के प्रति भी युवा वर्ग के बीच काफी क्रेज देखा जा रहा है।
इस पद को हासिल करने के बाद गांव की जंगलों पर निर्भरता कम हो सके इसकी जानकारी दी जाती है। ऐसे एनजीओ से जुड़ कर भी कॅरियर बनाया जा सकता है।
रिक्तियों के लिए विभाग समय-समय पर जारी करती है अधिसूचना
इसके लिए भारत में कई संस्थान हैं-जैसे कि भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून, वनअनुसंधान संस्थान देहरादून, नेशनल सेंटर फॉर बायोलॉजिकल साइंसेज बेंगलुरू। इन संस्थानों में अलग-अलग विषयों के सात परास्नातक की पढ़ाई भी होती है। कई विश्वविद्यालयों में इस विषय से उच्च शिक्षा जैसे कि पीएचडी भी छात्र कर सकते हैं। अलग-अलग राज्य भी कई वन पदों के लिए रिक्तियां निकालते हैं। ऐसी परीक्षाओं में परीक्षार्थी शामिल होकर आधिकारिक पद हासिल कर सकते हैं। इसके लिए समय-समय पर अधिसूचना जारी की जाती है। रोजगार
के अवसर अथवा एंप्लॉयमेंट न्यूज़ में भी ऐसी रिक्तियों के बारे में घोषणा की जाती है। एसटीएफ और रेंजर पद के लिए विज्ञान विषय में स्नातक होना जरूरी है। फॉरेस्टर पद के लिए 12वीं कक्षा तक विज्ञान विषय चाहिए।
एफआरआई
फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीटयूट (डीम्ड) यूनिवर्सिटी देहरादून में स्थित है और इसकी स्थापना वर्ष 1906 में इंपीरियल फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीटयूट के रूप में हुई थी। वन्य क्षेत्र से जुड़े शोध कार्यो के लिए विशेष रूप से समर्पित इस संस्थान में वन्य जीवन, वन्य उत्पादों और पर्यावरण से जुड़े विभिन्न कोर्स करवाए जाते हैं। यहां पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को फॉरेस्ट्री से जुड़े विभिन्न फील्ड्स में शानदार करियर बनाने का अवसर मिलता है। फिलहाल यहां के पोस्ट ग्रेजुएशन स्तर के कोर्सेज में प्रवेश खुले हैं।
क्या हैं कोर्सेज
एफआरआई (डीम्ड) यूनिवर्सिटी में वन्य जीवन से जुड़े मास्टर्स कोर्सेज में प्रवेश के लिए एमएससी कोर्सेज की विभिन्न स्ट्रीम्स और उनकी सीटों की संख्या इस प्रकार है-
एमएससी फॉरेस्ट्री- 38 सीट्स
एमएससी वुडसाइंस एंड टेक्नोलॉजी- 38 सीट्स
एमएससी एनवायरमेंट मैनेजमेंट- 38 सीट्स
एमएससी सेल्यूलोज एंड पेपर टेक्नोलॉजी- 20 सीट्स
क्या है योग्यताएं
प्रवेश के लिए अनिवार्य योग्यताएं इस प्रकार हैं-
एमएससी फॉरेस्ट्री- एग्रीकल्चर या फॉरेस्ट्री में बैचलर्स/तीन वर्षीय साइंस बैचलर्स में बॉटनी, जूलॉजी, फिजिक्स, केमिस्ट्री, जियोलॉजी, मैथ्स में से कम से कम एक विषय।
एमएससी वुड साइंस एंड टेक्नोलॉजी- बीएससी फॉरेस्ट्री या पीसीएम के साथ तीन वर्षीय बैचलर्स
एमएससी एनवायरमेंट मैनेजमेंट-अप्लाइड या बेसिक साइंस में बैचलर्स/फॉरेस्ट्री या एग्रीकल्चर में बैचलर्स/ एनवायर्नमेंट साइंस में बीई/बीटेक
एमएससी सेल्यूलोज एंड पेपर टेक्नोलॉजी- केमिस्ट्री के साथ बैचलर्स/ केमिकल/ मैकेनिकल इंजीनियरिंग
क्या हैं अवसर
एफआरआई (डीम्ड) यूनिवर्सिटी के एमएससी कोर्सेज में वन्यक्षेत्र से जुड़े विभिन्न करियर्स के लिए स्टूडेंट्स को तैयार किया जाता है। इस क्षेत्र में उच्च शिक्षा लेने के बाद फॉरेस्ट सर्विसेज से जुड़ी सरकारी नौकरियों के लिए तो आवेदन किया जा ही सकता है, साथ ही एनवायरमेंट से जुड़ी विभिन्न संस्थाओं से भी जुड़कर काम किया जा सकता है। विभिन्न एनजीओ में नौकरियों के अवसर मिलने के अलावा, फॉरेस्ट प्रोडक्ट्स बनाने वाली विभिन्न कंपनियों में भी कॅरियर के अवसर तलाशे जा सकते हैं। इस फील्ड में वाकई रूचि हो तो स्टूडेंट्स यहां कई नई ऊंचाइयां छू सकते हैं।
Ravindra Narwriya
करियर काउंसलर
ravindranarwriya@gmail.com
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