जब मरम्मत की जिद में मुसोलिनी ने और झुका दी थी ‘पीसा की मीनार’

इटली के पीसा शहर में स्थित यह मीनार अपनी भव्यता से नहीं , बल्कि झुकावशके कारण दुनियाशभर में मशहूर है। इसकावनिर्माण अगस्त 1173 को वास्तुकार बोनानो पिसानो ने शुरू किया था। यह एक घंटाघर के रूप में कैथेडल परिसर का हिस्सा थी। लेकिन जैसे ही निर्माण तीसरी मंजिल तक पहुंचा, कमजोर मिट्टी के कारण मीनार एक ओर झुकने लगी और 1178 में काम रोक दिया गया। फिर 1272 में निर्माण दोबारा शुरू हुआ और 1370 में पूरी हुई। तब तक यह 1.6 डिग्री झुक चुकी थी। 1838 में आर्किटेक्ट अलेसांद्रो डेला घेरादेस्का ने टावर के चारों ओर की मिट्टी हटवाने का काम किया, जिससे झूकाव और बढ़ गया।1934 में मुसोलिनी की जिद पर टावर के नीचे कंक्रीट डाला गया, लेकिन इससे संरचना और कमजोर हो गई। 1990 में सुरक्षा कारणों से टावर को आम जनता के लिए बंद कर दिया गया। झकाव हर साल 2 मिमी बढ़ रहा था। 1995 में इसके गिरने की आशंका बढ़ने लगी।


मीनार1999 में इंजीनियरों ने अनोखा तरीका अपनाया। मीनार जिस दिशा में झुकी हुई थी, उसके उल्टी दिशा में ज़मीन के नीचे से थोड़ी-थोड़ी मिट्टी निकाली गई। इसे 300 साल की स्थिरता की गारंटी मिली है, लेकिन निगरानी आज भी जारी है। मीनार को 2001 में जनता के लिए खोला गया।

 

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