CBSE : बोर्ड परीक्षा 2026- इस साल बोर्ड परीक्षा से जुड़े 6 अहम बदलाव,
CBSE : बोर्ड परीक्षा 2026- इस साल बोर्ड परीक्षा से जुड़े 6 अहम बदलाव,
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (CBSE) ने मंगलवार को नया नोटिफिकेशन जारी किया है। इसके अनुसार अब साइंस का पेपर 3 सेक्शन और सोशल साइंस का पेपर 4 सेक्शन में बंटेगा। छात्रों को उत्तर पुस्तिका भी इन्हीं सेक्शनों में बांटकर लिखनी होगी, नहीं तो मिलेजुले जवाब चेक नहीं किए जाएंगे। 2026 में होने वाले बोर्ड में कई बदलाव लागू होंगे। इसमें पहली बार छात्रों को साल की दो बार बोर्ड परीक्षा देने का मौका मिलेगा। नए पैटर्न में 50% प्रश्न कंपीटेंसी-बेस्ड होंगे, जो रटने को बजाय अवधारणा और समझ पर जोर दिया जाएगा। 2026 की बोर्ड परीक्षाओं में निम्न बदलाव लागू होंगे…
CBSE : 2026- 10th/12th exam – बड़े बदलाव

साइस और सोशल साइंस: गलत सेक्शन में लिखा जवाब चेक ही नहीं होगा
1. साइंस और सोशल साइंस पेपर की संरचना बदली है
साइंस पेपर में 3 हिस्से होंगे- सेक्शन A बायोलोजी, सेक्शन B केमिस्टरी, सेक्शन C फिजिक्स।
सोशल साइंस पेपर में 4 हिस्से होंगे – सेक्शन A हिन्दी, सेक्शन B जियाग्राफी, C पॉलिटिकल साइंस और D इकोनॉमिक्स ।
2. दो बोर्ड: फरवरी में मेन एग्जाम, मई में इंप्रूवमेंट
फरवरी की परीक्षा अनिवार्य होगी। इंप्रूवमेंट एग्जाम (मई) वैकल्पिक होगा। अधिकतम 3 विषय के पेपर दोबारा दे सकेंगे। रिजल्ट में सबसे अच्छे अंक जोड़े जाएंगे। प्रैक्टिकल परीक्षा सिर्फ फरवरी में ही होगी ।
3. 9वीं -10वीं में 75% उपस्थिति अनिवार्य होगी कक्षा 9वीं और 10वीं में कम से कम 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य होगी। इसी के बाद ही छात्र बोर्ड परीक्षा देने के पात्र माने जाएंगे।
4. ग्रेडिंग सिस्टम 9।पॉइंट में किया जाएगा 2026 से बोर्ड एक 9-पॉइंट।ग्रेडिंग स्केल लागू करेगा। इसमें छात्रों को मार्क्स के आधार पर A1 से लेकर E तक 9 अलग-अलग ग्रेड दिए जाएंगे।
5. क्लास 11 में ले सकते हैं प्रोविजनल एडमिशन छात्र फरवरी के बाद प्रोविजनल एडमिशन ले सकेंगे। इंप्रूवमेंट एग्जाम के रिजल्ट आने के बाद।एडमिशन कन्फर्म होगा।
6. नया पेपर पैटर्न (10वीं और 12वीं दोनों के लिए) पेपर में 50% प्रश्न कंपीटेंसी-।बेस्ड (MCQ, केस-स्टडी, डेटा-बेस्ड), 20% प्रश्न ऑब्जेक्टिव और 30% प्रश्न शॉर्ट और लॉंग आंसर होंगे ।
किस वजह से इंप्रूवमेंट एग्जाम में बैठ सकेंगे?
• अगर फरवरी वाले एग्जाम में 1-3 विषय में फेल होते हैं, तो मई में सिर्फ उन विषयों को दे सकेंगे । • अगर कोई 3 से ज़्यादा विषयों में फेल होता है, तो वह मई के लिए एलीजिबल नहीं होगा और उसे कक्षा दोहराना होगा।
• फरवरी एग्जाम अनिवार्य है । • अगर फरवरी में 3 से ज़्यादा विषयों में अनुपस्थित रहता है, तो मई का एग्जाम नहीं दे सकेंगे।
• सभी मेन विषय दोबारा दे सकते हैं । जिनमें 50% मार्क्स स्कूल देते हैं, वो पेपर सिर्फ फरवरी में होगा
इसमें महत्वपूर्ण नियम क्या हैं?
• छात्रों को अपनी उत्तर पुस्तिका को भी इन्हीं सेक्शनों (तीन या चार) में बांटना होगा।
• यदि किसी छात्र ने एक सेक्शन का जवाब किसी दूसरे सेक्शन में लिख दिया है तो उस उत्तर की जाँच नहीं की जाएगी।
• छात्रों की ऐसी गलती रिवेल्युएशन या वेरिफ़िकेशन में भी नहीं सुधारी जाएगी। उस उत्तर को ‘हल नहीं’ श्रेणी में रखा जाएगा।
दोनों विषयों के लिख दिया हो, तो उस उत्तर की जांच नहीं की जाएगी।
10वीं और 12वीं बोर्ड एग्जाम की तारीखें
• 10वीं और 12वीं के एग्जाम 17 फरवरी से शुरू होंगे । • 10वीं का गणित (स्टेंडर्ड/ बेसिक) पहला पेपर होगा।
• 12वीं के पहले पेपर
बायोटेक्नोलॉजी, ऐन्टरप्रेन्योरशिप और शॉर्टहैंड होगा।
• 10वीं की परीक्षाएं 6 मार्च तक और 12वीं की परीक्षाएं 9 अप्रैल तक चलेंगी। इसमें करीब। 45 लाख छात्र शामिल होंगे ।















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