छात्रों  की आत्महत्या को दूर करने के लिए उठाया गया कदम

राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग ने राष्ट्रीय टास्क फोर्स का गठन किया है। इसका उद्देश्य मेडिकल छात्रों के बीच अवसाद और आत्महत्या से संबंधित चिंताओं को दूर करना है इस टास्क फोर्स में 15 लोग शामिल है और अध्यक्ष के रूप में नेशनल इस्टीट्यूट आफ मैंटल हेल्थ एंड न्यूरो-साइंसेज (NIMHANS) के मनोचिकित्सा विभाग में प्रोफैसर डॉ. बी.एम. सुरेश शामिल हैं।

मानसिक स्वास्थ्थ चिंता का विषय

21 फरवरी को जारी एक आदेश में कहा गया, हाल के दिनों में मेडिकल छात्रों का मानसिक स्वास्थ्य चिंता का विषय रहा है, जिसके कारण मेडिकल छात्र अवसाद और आत्महत्या के लिए प्रेरित हुए हैं। इस मुद्दे को संबोधित करने के लिए, राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी ) की रैगिंग विरोधी समिति द्वारा एक राष्ट्रीय कार्य बल का गठन किया गया है।

ली जाएगी मासिक प्रगति

टास्क फोर्स मेडिकल छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और आत्महत्या पर मौजूदा जानकारी और डेटा का अध्ययन करेगी, इन चुनौतियों में योगदान देने वाले सभी कारणों का विश्लेषण करेगी और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार और आत्महत्या से बचाव के लिए साक्ष्य-आधारित रणनीतियों का प्रस्ताव करेगी।

टास्क फोर्स 31 मई, 2024 तक मेडिकल छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए प्रमुख निष्कर्षों और कार्रवाई योग्य सिफारिशों को जाहिर करते हुए एक व्यापक रिपोर्ट प्रस्तृत करेगी। और टास्क फोर्स मासिक प्रगति रिपोर्ट एंटी-रेगिंग सेल को सौंपेगी।

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