12वीं के बाद एयर फोर्स में बनाएं करिअर

12वीं के बाद एयरफोर्स में बनाएं करिअर

यदि आप सेना में जाकर देश की सेवा करना चाहते हैं तो भारतीयवायु सेना (AF) एक शानदार विकल्प है। यह एक बेहतरीनकरिअर तो है ही, गर्व की भी अनुभुति देता है। भारतीय वायु सेनाकी तीन मुख्य शाखाओं में सेवाएं दी जा सकती हैं। पहली है, फ्लाइंग ब्रांच । इसमें पायलट लड़ाकू जेट, परिवहन विमान और हेलीकॉप्टर संचालित करते हैं। दूसरी है टेक्नीकल ब्रांच। इसमें इंजीनियर एडवांस एयक्राफ्ट्स और हथियार प्रणालियों का रखरखाव और प्रबंधन करते हैं। और तीसरी है ग्राउंड ड्यूटी ब्रांच। इसमें सेवा कर्मीं है मैन रिसोर्स, रसद, मौसम से जुड़ी जानकारी और खातों को संभालते हैं। जिन छात्रों ने 12वीं कक्षा उत्तीर्ण कर ली है वे राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) और भारतीय वायु सेना एयर मैन भर्ती प्रक्रिया के जरिए वायुसेना में सेवाएं दे सकते हैं।

एनडीए(NDA)

NDA एक संयुक्त सेवा अकादमी है, जहां सेना, नौसेना और वायु सेना के कैडेट आगे की प्री- कमीश्निंग ट्रेनिंग के लिए अपनी-अपनी सेवा अकादमियों में जाने से पहले एक साथ प्रशिक्षण लेते हैं। एनडीए के लिए साल में दो बार (आमतौर पर मई और सितंबर) में प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है। पात्रता एनडीए के लिए आवेदक की आयु 16.5 से 19.5 वर्ष के बीच होनी चाहिए। उम्मीदवारों के पास शैक्षणिक योग्यता के तौर पर भौतिकी और गणित के साथ 12वीं पास होना आवश्यक है। इसके अलावा उम्मीदवार का अविवाहित होना भी जरूरी है।चयन प्रक्रिया चयन प्रक्रिया के तीन महत्वपूर्ण भाग हैं। इनमें पहला है लिखित परीक्षा । यह संघ लोक सेवा आयोग (UPS)द्वारा वर्ष में दो बार आयोजित की जाती है। इसके बाद SSB साक्षात्कार होता है। इसमें मनोवैज्ञानिक परीक्षण, समूह कार्य और व्यक्तिगत साक्षात्कार शामिल हैं। आखिरी चरण में मेडिकल होता है, जिसमें कड़े चिकित्सा मानकों को पूरा करना होता है।

एयरमैन

वायु सेना में x और Y समूह के एयरमैन होते हैं। इनमें से ग्रुप x तकनीकी ट्रेड है, जिसके लिए भौतिकी, गणित और अंग्रेजी केसाथ 12वीं पास होना आवश्यक है। वहीं समूह Y, गैर-तकनीकी ट्रेड है। इसमें आवेदन के लिए किसी भी स्ट्रीम में 12वीं पास होना आवश्यक है। यदि पात्रता की बात करें तो एयरमैन के लिए आवेदक की आयु 17 से 21 वर्ष होनी जरूरी है। वहीं एक्स और वाय दोनों समूहों के लिए उम्मीदवारों का 12वीं में 50% अंक प्राप्त करना आवश्यक है। साथ ही अंग्रेजी भाषा में भी अलग से 50% प्राप्त करना जरूरी है।

चयन प्रक्रियाः एयरमैन के दोनों समूहों के लिए तीन चरण तय किए हैं। इनमें पहला ऑनलाइन टेस्ट है। इसमें ग्रुप X के लिए अंग्रेजी, गणित और भौतिकी पर प्रश्न शामिल हैं। जबकि ग्रुप Yके लिए अंग्रेजी और रीजनिंग और सामान्य जागरूकता जैसे विषय जोड़े गए हैं। दूसरे चरण में फिजिकल फिटनेस देखी जाती है। इसमें दौड़ना, पुश-अप, सिट-अप और स्क्वैट्स शामिल हैं। तीसरे चरण में मेडिकल टेस्ट होता है, जिसमें कड़े चिकित्सा मानकों को पूरा करना आवश्यक है।

प्रशिक्षण संस्थान

राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA), पुणे कठोर शारीरिक और सैन्य प्रशिक्षण के साथ अकादमिक प्रशिक्षण को मिलाकर तीन साल का कार्यक्रम प्रदान करता है। वायु सेना अकादमी में आगे के प्रशिक्षण के बाद स्नातकों को IAF में अधिकारी के रूप में नियुक्त किया जाता है।

वायु सेना अकादमी (AA), डुंडीगल, हैदराबादः NDAऔर डायरेक्ट एंट्री के माध्यम से शामिल होने वाले कैडेटों को फ्लाइंग, तकनीकी और ग्राउंड ड्यूटी शाखाओं के लिए विशेष प्रशिक्षण प्रदान करता है।

वायु सेना तकनीकी कॉलेज (AFTC), जलाहल्ली: इंजीनियरिंग स्नातकों को उन्नत तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान करता है।मैकेनिकल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (MTI) और इलेक्ट्रिकल और इंस्ट्रूमेंट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (E&TTT), तांबरमः एयरमैन के लिएं विशिष्ट तकनीकी ट्रेडों में प्रशिक्षण प्रदान करते हैं।

– इनके अलावा इच्छुक उम्मीदवार अलग-अलग श्रेणिर्यों के तहत ARCAT, CDSE और NCC जैसी विभिन्न परीक्षाओं और योग्यताओं के माध्यम से भी भारतीय वायु सेना से जुड़ सकते हैं।

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