प्रमुख ब्रिटिश गवर्नर व परिचय
प्रमुख ब्रिटिश गवर्नर/गवर्नर परिचय राबर्ट क्लाइवः 1765 – 72 तक बंगाल में द्वैध-शासन व्यवस्था रही, अर्थात् बंगाल का प्रशासन दो पृथक् शक्तियों -ईस्ट इंडिया कंपनी और नवाब द्वारा संचालित होता रहा। लॉर्ड क्लाइव 1757-60...
प्रमुख ब्रिटिश गवर्नर/गवर्नर परिचय राबर्ट क्लाइवः 1765 – 72 तक बंगाल में द्वैध-शासन व्यवस्था रही, अर्थात् बंगाल का प्रशासन दो पृथक् शक्तियों -ईस्ट इंडिया कंपनी और नवाब द्वारा संचालित होता रहा। लॉर्ड क्लाइव 1757-60...
ब्रिटिश शासन में समाचार पत्र अधिनियम 1799 का समाचार पत्र पत्रेक्षण अधिनियम(The Censorship of the Press Act) – लार्ड वेलेजली ने इस अधिनियम द्वारा सभी समाचार पत्रों पर सेन्सर बैठा दिया। फ्रांस के आक्रमण...
यूरोपीय कंपनियों का आगमन प्रिंस हेनरी ‘द नेवीगेटर’: यह पुर्तगाल राजकुमार था जिसके सतत् प्रयासों से भौगोलिक खोजों का कार्य आसान हुआ तथा पुर्तगाल के नाविक बार्थोलोमियोडियाज ने 1487 ई. में उत्तमाशा अंतरीप की...
क्रांतिकारी एवं उग्रवादी आंदोलन अभिनव भारत (1904): विनायक दामोदर सावरकर द्वारा नासिक मे 1904 में मित्रमेला नामक संगठन की स्थापना की गई थी जो । एक गुप्त सभा अभिनव भारत के रूप में परिवर्तित...
छुआ–छूत विरोधी आन्दोलन अरव्विपुरम आंदोलन (1888) : यह आंदोलन केरल के महान धार्मिक सामाजिक सुधार श्री नारायण गुरू द्वारा 1888 में चलाया गया। यह ब्राह्मण अथवा पुरोहिती प्रभुत्व के विरुद्ध थे। इनका विचार था...
ब्रिटिश शासन के विरुद्ध विद्रोह , 1857 के विद्रोह के नेता सम्राट बहादुर शाहः वह अंतिम मुगल सम्राट और दिल्ली में 1857 के विद्रोह का नेता थे। उन्हें हिंदुस्तान का शहंशाह घोषित किया गया...
बक्सर का युद्ध (22 अक्टूबर, 1764) : मीरकासिम के प्रशासनिक व्यवस्था तथा ‘दस्तक’ के दुरूपयोग के विवाद के कारण अंग्रेजों।ने मीरजाफर को पुन: बंगाल का नवाय घोषित कर दिया तथा गीरकासिम के विरूद्ध युद्ध...
व्यापारिक कंपनियों के मध्य संघर्ष प्रथम कर्नाटक युद्ध (1746-48): यह युद्ध आस्ट्रिया के उत्तराधिकार युद्ध से प्रभावित था जो । 740 से प्रारंभ हो चुका था। चूँकि यूरोप में फ्रांस और ब्रिटेन एक-दूसरे के...
अंग्रेजों का भारत आगमन ईस्ट इंडिया कंपनी: सितम्बर 1599 में लंदन में कुछ व्यापारियों ने लाई मेयर की अध्याता में एक सभा का आयोजन किया। इसमें पूर्वी द्वीप समूह के साथ व्यापार करने की...
भारत में विज्ञान और प्रौद्योगिकी (प्राचीन भारत व मध्ययुगीन भारत ) विश्व के अन्य देशों के निवासियों के समान भारतीयों के पास भी वैज्ञानिक विचारों की एक समृद्ध वसीयत है । अज्ञात को जानने...