क्या पानी की बोतल भी दे सकती है बीमारी, रोजाना धोना जरूरी ?

क्या पानी की बोतल भी दे सकती है बीमारी, रोजाना धोना जरूरी है?

हम रोज अपनी रीयूजेबल बोतल को पानी से भरते हैं। 2025 की एक स्टडी में पाया गया कि साफ न करने पर बोतल में टॉयलेट सीट से भी ज्यादा बैक्टेरिया हो सकते हैं। ई.कोली और कैडिडा जैसी फफूंद सामान्यतः बोतल के ढक्कन पर मिलती है। बोतल दिखती तो साफ है, तो क्या इसे रोज धोना जरूरी है? जाने विशेषज्ञ क्या कहते हैं?

– क्या सिर्फ पानी भरने से बोतल गंदी होती है?

यूनिवर्सिटी ऑफ पिट्सबर्ग मेडिकल सेंटर की नर्स प्रैक्टिशनर मिशेल नैपर बताती हैं, ‘बोतल हर बार आपके मुंह और हाथों से कीटाणु पकड़ती है।’ ढक्कन, स्ट्रॉ और नॉजल्स में छोटे-छोटे कोने होते हैं, जहां फफूंद तेजी से पनपते हैं

 

– न धोई जाए तो क्या नुकसान हो सकता है?

उनमें पले रोगाणु शरीर में जाने से पेट दर्द, गले में खुजली, एलर्जी और यहां तक कि अस्थमा को भी बढ़ा सकते हैं। कई मामलों में बोतलों के अंदर जमा बायोफिल्म में ई.कोली और स्टैफिलोकस जैसे बैक्टीरिया पाए गए हैं, जो हानिकारक होते हैं।

– बोतल कितनी बार धोना चाहिए?

चैलेर मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर माइक रेन कहते हैं, ‘हर रोज धोना सबसे बेहतर है। अगर रोज न धो पाए, तो हफ्ते में एक बार डीप क्लीन जरूर करें।’ जिन लोगों की बोतल में सिर्फ पानी रहता है, तो दो दिन में एक बार धोना चाहिए। शेक या एनर्जी ड्रिंक डालते हैं, तो रोज साफ करना जरूरी है।

गुनगुने साबुन वाले पानी से बोतल और ढक्कन दोनों को स्पंज या ब्रश से रगड़कर धोएं। स्ट्रॉ या नॉजल के लिए पाइप ब्रश या पतला क्लीनर इस्तेमाल करें। विनेगर, बेकिंग सोडा डालकर रातभर रख दें।

– बोतल की सफाई कैसे करें?

■■■■

You may also like...