CBSE : 9th के लिए ओपन बुक परीक्षा शुरू होगी
CBSE : 9th के लिए ओपन बुक परीक्षा शुरू होगी
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSB) अगले साल से क्लास 9 के लिए ओपन बुक परीक्षा शुरू करेगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (नेशनल एजुकेशन पॉलिसी NEP) की सिफारिशों के तहत क्लास 9 के लिए ओपन बुक असेसमेंट (OBA) सिस्टम पर सीबीएसई की गवर्निंग बॉडी की बैठक में विचार किया गया और करिकुलम कमेटी ने इसे मंजूरी दे दी है।
ओपन बुक एक्जाम क्या है?
ओपन बुक असेसमेंट (OBA) सिस्टम यानी स्टूडेंट्स परीक्षा के दौरान अपनी किताबें, नोट्स या दी गई अध्ययन सामग्री देख सकते हैं और परीक्षा दे सकते हैं। इस आधार पर उनका असेसमेट किया जाएगा।
ओपन बुक एग्जाम कैसे होता है?
ओपन बुक एग्जाम (Open Book Exam), एक ऐसा एग्जाम फॉ्मेट है जिसमें स्टूडेंट्स को एग्जाम के दौरान किताबें, नोट्स या बाकी चीजों (जिनकी परमिशन हो) का इस्तेमाल करने छूट होती है। स्टूडेंट्स, उन स्टडी मटेरियल की मदद से एग्जाम दे सकते हैं यानी बुक खोलकर परीक्षा में लिखना। इस फॉर्मेंट में स्टूडेंट्स की समझ और नॉलेज का टैस्ट होता है। साथ ही एग्जाम में ऐसे सवाल पूछे जाते हैं जो तथ्यों को याद करने बजाय समझाने और प्रॉब्लम सॉल्व करने पर बेस्ड होते हैं।
उदाहरण के लिए, इतिहास में कोई सवाल किसी
अवधारणा को वास्तविक जीवन की स्थिति से जोड़कर पूछा जा सकता है या गणित के किसी नियम को लागू करने के लिए विश्लेषण की आवश्यकता हो सकती है।यह किसी केस स्टडी, समस्या या हो रहे बदलाव को लेकर हो सकते हैं।
पहली बार नहीं हो रही ओपन बुक एग्जाम की चर्चा
यह पहली बार नहीं है जब सीबीएसई ओपन बुक एग्जाम लागू करने की बात कर रहा है। इससे पहले ओपन बुक एग्जाम को पायलट प्रोजेक्ट या असेसमेंट सुधारने के लिए लागू किया जा चुका है। सबसे पहले इसे 2014 मेंलाया गया था, लेकिन 2017-18 में यह कहते हुए इसे खत्म कर दिया गया था कि इससे छात्रों में महत्वपूर्ण क्षमताओं’ का प्रभावी ढंग से विकास नहीं हुआ है।
औपन बुक एग्जाम की जरूरत क्यों?
सीबीएसई क्लास 9 के लिए OBA के प्रस्ताव में कहा गया कि स्कूल शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा(नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क फर स्कूल एजुकेशन-NCFSE 2023) का कहना है कि पढ़ाई में रटने से हटकर स्किल्स पर आधरित शिक्षा की ओर बढ़ना जरूरी है।
ओपन बुक असेसमेंट कहां-कहां होता है?
इस सिस्टम पर कई राज्य भी काम कर रहे हैं। कर्नाटक,तमिलनाडु, महाराष्ट्र इसे स्कूलों में खासतौर पर क्लास 9के लिए पायलट के तौर पर शुरू कर रहे हैं या तैयारी में हैं। कोविड 19 के दौरान हायर एजुकेशन इंस्टिट्यूट में भी यह लागू किया गया था।
ऑन-स्क्रीन आंसर शीट्स चेवकिंग
सीबीएसई अब 10वीं और 12वीं क्लास की बोर्डपरीक्षाओं की आंसर शीट्स को चेक करने के लिए डिजिटल मूल्यांकन को अपनाएगा। बोर्ड की गवर्निंग बॉडी ने इसके लिए एक से ज्यादा उन एजेंसी चुनने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है, जिन्हें डिजिटल मूल्यांकन का पहले से अनुभव हो। बोर्ड का मानना है कि इस कदम से समय बचेगा, गलतियां कम से कम होंगी, मूल्यांकन की सटीकता बढ़ेगी और यह सिस्टम ज्यादा पारदर्शिता लाएगा।
रटने से हटकर सोच पर जोर
प्रस्ताव के मुताबिक कलास 9 में OBA को हर टर्म में 3 पेन-पेपर असेसमेंट के रूप में शामिल किया जाएगा। ये आंकलन मुख्य विषयों में होंगे – लैंग्वेज, मैथमेटिक्स,साइंस और सोशल साइंस। क्वेश्वन पैपर NCFSE 2023 के अनुसार होंगे ताकि बच्चे रटने की बजाय वास्तविक जीवन में ज्ञान का प्रयोग करें। यह भी कहा गया है कि पायलट स्टडी के अनुभव के आधार पर सैंपल पेपर बनाए जाएंगे, जिसमें प्रश्नों की क्वॉलिटी और क्रिटिकल थिंकिंग पर जोर रहेगा।
क्या है ओपन बुक असेसमेंट (OBA)?
ओपन बुक मूल्यांकन का मुख्य मकसद है कि स्टूडेंट्स किसी भी टोॉपिक को रटे नहीं बल्कि समझ कर पढ़ें। साथ ही, ओबीए के जरिए परीक्षा का तनाव कम करने पर भी जोर है। इसका मकसद यह नहीं होता है कि आपको कोई तथ्य कितना याद है बल्कि यह देखना होता है कि आप उस जानकारी का उपयोग कैसे करते हैं। इसी वजह से क्वेश्रून पेपर के सवाल भी उसी हिसाब से तैयार होते हैं। सवाल इस तरह का नहीं होता कि स्टूडेंट किताब खोलकर आसानी से नकल कर लिख दे।
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