मुम्बई एवं हैदराबाद: यूनेस्को के रचनात्मक शहरों में शामिल
मुम्बई एवं हैदराबाद: यूनेस्को के रचनात्मक शहरों में शामिल
रचनात्मक शहरों का नेटवर्क
यूनेस्को के रचनात्मक शहरों के नेटवर्क’ (UCCN UNISCO Creative Cities Network) का सृजन वर्ष 2004 में ऐसे शहरों के मध्य सहयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया था जिन्हीने आर्थिक सामाजिक, सांस्कृतिक एवं पर्यावरण स्तर पर सतत विकास (Sustainabte tevelopmnt) के कारण घटक के रूप में ‘रचनात्मकता (Creativity) को मान्यता प्रदान करती है|
इस नेटवर्क में शामिल शहर अंतराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय रूप से सहयोग करने तथा स्थानीय स्तर पर अपनी विकासात्मक योजनाओं के केंद्र में रचनात्मकता एवं सांस्कृतिक उद्योगों को स्थान देने के साझा उद्देश्य से मिलकर कार्य करते हैं ।
* यूनेस्को के रचनात्मक-शहरों के नेटवर्क में जिन 7 रचनात्मक क्षेत्रों को आचछादित (Cover) किया गया है. वे हैं शिल्प एवं लोक कलाएं. मीडिया आर्ट, फिल्म, डिजाइन, पाक कला (Gastrotkun), साहित्य और संगीत। वर्तमान परिप्रेक्ष्य 3 अक्टूबर, 2019 को यूनेस्को की महानिदेशक ऑद्रे अजोले ने रचनात्मक शहरों के नेटवर्क में शामिल 66 नए शहरों को यूनेस्को के रचनात्मक शहरों का दर्जा प्रदान किया।
इस प्रकार अब यूनेस्को के रचनात्मक के नेटवर्क में शामिल शहरों की कुल संख्या बढ़कर 246 तक पहुंच मई है।
नेटवर्क मे शामिल भारतीय शहर-
* जिन 66 शहरों को रचानात्मक शहरों के नेटवर्क में शामिल किया. गया. उनमें दो भारतीय शहर – मुंबई एवं हैदराबाद भी शामिल हैं।
》मुंबई को फिल्म के क्षेत्र में, जबकि हैदराबाद को पाक कला के क्षेत्र में यूनेस्को के रचनात्मक शहरों के नेटवर्क में शामिल, किया गया।
उल्लेखनीय है कि इसके पूर्व वर्ष 2015 में जयपुर (शिल्प एवं लोक कला की श्रेणी में) एवं वाराणसी (संगीत के क्षेत्र में) को और वर्ष 2017 में चेन्नई (संगीत के क्षेत्र में) को यूनेस्को के रचनात्मक शहरों के नेटवर्क में शामिल किया गया था।
उत्लेखनीय है कि 31 अक्टूबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने विश्व शहर दिवस (Word Citrcs Day) के रुप में घोषित किया है।