जल्द ही पर्यटन का नया हब: इनवेस्टमेंट क्रेटर राजस्थान के बारां जिले में
जल्द ही पर्यटन का नया हब: इनवेस्टमेंट क्रेटर राजस्थान के बारां जिले में
इसे क्रेटर की सूची में वैश्विक स्तर पर 200वाँ स्थान प्राप्त हुआ है।
किशनगंज जिले के पास स्थित स्टॉक इंपेक्ट क्रेटर जल्द ही जिले के पर्यटन की दिशा में मीलों का पत्थर साबित होगा। इसके लिए यहां पर आसान पहुंच और रेस्तरां के लिए विकसित करने की दिशा में तेजी से काम हो रहा है।
हाल ही में जयपुर में सचिव स्तर की बैठक में 2024 में जियो हेरिटेज पार्क के विकास पर चर्चा की गई। अगर ऐसा हुआ तो यह दक्षिण-पूर्व एशिया में सबसे अनोखा होगा। यह देश की सबसे पुरानी और विशाल भू-संग्रह संपदा है। यह उत्तर मध्य जुरासिक काल में अंतरिक्ष में पाए गए खगोलीय परिघटन की संभावित संभावना में है। अंगूठी के आकार की एक पहाड़ी इसका सबसे खास नाम है। इस जगह को प्रॉडक्ट इंपैक्ट क्रेटर कहा जाता है।
2020 में मिला सिद्धांत
2020 में विश्व के क्रेटर्स की सूची दी गई। जब इंडिया ईस्ट इंडिया कंपनी का स्वामित्व था, उस समय सन् 1850 में डॉ.मलेट ने यह साबित किया था कि ये माउंटेनियन्स माउंटेन सीरीज़ का हिस्सा न उल्का पिंड के बने हुए हैं।
अनेक वैज्ञानिक आये
डॉ. मलेट की खोज के लगभग 100 साल बाद 1950 में लंदन जियोलॉजिकल सोसाइटी ने इसे क्रेटर की सहमति दे दी थी।
1950 में लंदन जियोलॉजिकल सोसायटी से मिली विचारधारा
क्रेटर का विहंगम दृश्य, जो इस जगह को बेहद खास बनाता है और यहां के प्रति लोगों का आकर्षण भी बरकरार है।
विकास के लिए बनेगी समिति
यहां हैं क्रेटर
भारत में अभी तक तीन सिद्धांत प्राप्त क्रेटर हैं। पहला शिव क्रेटर महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के लोनार में है। यहां पर स्थित कॉकपिट में लोनार झील है। शिवपुरी जिले में दूसरा क्रेटर मैप डाला गया है। तीसरा इनवेस्टमेंट क्रेटर राजस्थान के बारां जिले में है।
जल्द ही पर्यटन का नया हब
इसे क्रेटर की सूची में वैश्विक स्तर पर 200वाँ स्थान प्राप्त हुआ है। रेस्टॉरेंट क्रेटर की विस्तृत बैठक के बाद प्रदेश सरकार ने इसके लिए 72 करोड़ 55 लाख रुपये के बजट की घोषणा की। इसमें यहां यात्रियों के लिए समुद्र तट पर्यटन विभाग का होटल, स्वागत द्वार, समुद्र तट की साज-सज्जा सहित कई विकास कार्य शामिल हैं। इस क्रेटर से संबंधित बैठक में बारां का नाम ग्लोबल लेवल पर उभरकर सामने आया है।
बारां में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और बारां टूरिज्म हब के रूप में उभरकर सामने आएगा। जैसे ही देसी विदेशी सैलानी यहां आते हैं। उन्हें भोजन आवास अल्पाहार, होटल, रेस्तरां, टूरिस्ट, टैक्सी की आवश्यकता होती है। इस जनजाति जिले में रोजगार के अवसर बढ़ते जा रहे हैं। देसी-विदेशी सेलानियों के आने से यहां रोजगार के विभिन्न अवसर पैदा होंगे। वह उस दिन से अधिक दूर नहीं था जब यहाँ के चूहे स्टॉक क्रेटर के बाहरी मार्ग पर स्मारक की यात्रा पर निकले।
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