बाघ प्रजातियां(TIGER species)
बाघ प्रजातियां (TIGER species)
पूरे विश्व में बाघ की 9 प्रजातियां रही हैं जिनमें से तीन प्रजातियां विलुप्त हो चुकी हैं। ये प्रजातियां निम्नलिखित हैं;
1. अमूर (या साइबेरियन टाइगर ): बाघ की उप-प्रजातियों में यह सबसे बड़ी है। यह रूस एवं रूस-चीन सीमा पर प्राप्त होती है।
2. बंगाल टाइगरः यह भारत, नेपाल, बांग्लादेश एवं भूटान में पाई जाती है। वर्तमान में सर्वाधिक संख्या इसी बाघ उप-प्रजाति की है।
3. दक्षिण चीन सागर टाइगरः यह आईयूसीएन की लाल सूची में चरम संकटापन्न सूची में वर्गीकृत है। यह बाघ उप-प्रजाति मध्य एवं पूर्वी चीन में पाई जाती है।
4. मलयन टाइगरः वर्ष 2004 में इसे इंडो-चायनीज टाइगर से अलग उप-प्रजाति माना गया। हालांकि यह इंडो-चायनीज टाइगर के समान ही है परंतु इसका आकार छोटा है। इस बाघ उप-प्रजाति के वैज्ञानिक नाम में ‘जैक्सनी’ शब्द IUCN के कैट स्पेशलिस्ट ग्रुप के पूर्व अध्यक्ष पीटर जैक्सन को सम्मानित करने के लिए जोड़ा गया है।
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5. इंडो-चायनीज टाइगरः कॉर्बेटी टाइगर भी कहा जाता है। यह कंबोडिया, लाओस, बर्मा, थाइलैंड एवं वियतनाम में पाई जाती है। यह बंगाल टाइगर की तुलना में छोटा एवं गहन रंग का है।
6. सुमात्रा टाइगरः यह केवल इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप पर पाया जाता है। यह आईयूसीएन की लाल सूची में चरम संकटापन्न सूची में सूचीबद्ध है। बाघ की सभी उप-प्रजातियों में इसका आवरण सबसे गहरे रंग का है।
7. बाली टाइगरः 1940 के दशक में बाघ की यह उप-प्रजाति विलुप्त हो गई। 1930 के दशक में इसे अंतिम बार पश्चिम बाली में दखा गया था।
৪. जावा टाइगर: यह बाघ 1980 के दशक तक इंडोनेशिया के जावा द्वीप पर देखा जा सकता था इसे अंतिम बार 1976 में जावा के मेरू बेतिरि नेशनल पार्क में देखा गया था अब यह विलुप्त हो चुका है।
9. कैंस्पियन टाइगर: बाघ की यह उप-प्रजाति 1970 के दशक में विलुप्त हो गई।