राज्य सिविल सेवा 2024 : नया सिलेबस नई कार्य योजना
राज्य सिविल सेवा 2024 : नया सिलेबस नई कार्य योजना
विलियम शेक्सपियर ने कहा है -बेवकूफ व्यक्ति खुद को समझदार मानता है, लेकिन एक समझदार आदमी को पता होता हैकि वह कब बेवकूफी करता है। राज्य सिविलि सेवा की तैयारी में भी एक सफल प्रतियोगी जानता है कि उससे कहाँ गलती होती है। यदि आप अपनी तैयारी के दौरान अपनी गलतियों पर चोट नहीं कर पा रहे तो यह परीक्षा आपके लिए भार ढोने मात्र है। भार ढोते गधे को हाकना वाले कई मिल जाएंगे । परीक्षा के पैटटर्न जाने बिना आप अपने परिश्रम को सही दिशा और निश्चित आकार नहीं दे पाएंगे। इसके अभाव में आपको कोई भी पुस्तक व कोचिंग सफल नहीं कर पाएगी। पेन व पेपर मोड की सभी परीक्षाएं केवल तथ्यों पर केन्द्रित नहीं होती हैं, तथ्य इन परीक्षाओं में लुबरीकेंट है, आपका सकारात्मक दृष्टिकोण उस लुबरीकेंसी से आगे बढ़ता है और आपको अन्यों से ज्यादा नम्बर दिलाता है।
तैयारी की वास्तविक कार्ययोजना
प्रतिवर्ष राज्य शासन लगभग 400-500 विभिन्न पदों की रिक्तियों जारी करता है। राज्य लोक सेवा आयोग इन रिक्तियों पर भर्ती की प्रक्रिया तीन चरणों में पूरा करता है। जिसमें प्रारंभिक, मुख्य परीक्षा एवं साक्षात्कार होता हैं। पहला चरण केवल प्रवेश परीक्षा है इसके नंबर आगे के चरणों में जोड़े नहीं जाते हैं। मुख्य परीक्षा आपके कैरियर और इस परीक्षा का सबसे महत्वपूर्ण चरण है। इस चरण में छ: पेपर होते हैं। निबंध व हिन्दी जैसे प्रश्न पत्र आपके स्कोर को बहुत नीचे भी ले जा सकते और बहुत ऊपर भी । यह परीक्षा आपकी कुशलता, बुद्धि, ज्ञान, कर्म सभी का मूल्यांकन करती है।राज्य सेवा में चयन का बड़ा आधार केवल और केवल आपके लेखन पर ही निर्भर करता है । अब तैयारियां पहले जैसे नहीं रहीं है, सब कुछ ‘स्मार्ट हुआ है ।आपको अपने उत्तर बहुत ही कम शब्दों में लिखना होते हैं। तैयारी में भारी भरकम पुस्तकों की जरुरत भी नहीं होती है।
मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा वर्ष 2024 से मुख्य परीक्षा के सिलेबस और पैटर्न में कुछ बदलाव किए हैं । अब सामान्य अध्ययन के चार पेपर का पूर्णांक प्रत्येक 300 का होगा। हिन्दी -200, निबन्ध- 100। इस प्रकार अब मुख्य परीक्षा 1500 अंको की होगी । साक्षात्कार अब 185 अंक का होगा, कुल मूल्यांकन 1685 अंकों में से होगा।
सभी प्रश्न-पत्रों के सिलेबस में पर्याप्त बदलाव किया गया है। निश्चित की कठिनाई का स्तर बढ़ा है ।
मुख्य परीक्षा में लिखते समय इन बातों का ध्यान रखें,
- सरल भाषा का इस्तेमाल करें।
- अधिक लंबे वाक्योंका प्रयोग नहीं करें।
- भाषा ऐसी हो जो समझी जा सके व अर्थूर्ण हो।
- गैर परंपरागत मुह्वावरों एवं कहावतों का प्रयोग न करें।
- उत्तर लिखते समय प्रश्न में दिए गए टेल वर्ड पर ध्यान दें- जैसे, व्याख्या, आलोचना, समीक्षा, विवेचन, चर्चां, विस्तार, परीक्षण, विश्लेषण व मूल्यांकन जैसे शब्द के आधार पर उत्तर दें।
आपका समझा गया विषय जितना उत्कृष्ट तरीके से प्रस्तुत होगा उतना ही आपके चयन की संभावनाएं प्रबल होंगी।
चीन के प्रसिद् दार्शनिक ताओ ते चिंग जिनकी विचारधाराओं पर आधारित धर्म ताओं धर्म कहलाता है। कहते हैं- –
कठिन काम उस वक्त करो जब वे आसान हों और महान काम उस समय करो, जब वे छोटे हों ।
हजार मीलों की यात्रा की शुरुआत एक छोटे कदम से ही होती है। आज से चलना शुरु करें । डरे नहीं हमारी उंगली पकड़िए, हम आपको लक्ष्य तक पहुंचाएंगे।
- रविन्द्र नरवरिया ,करियर काउंसलर, फाउंडर एवं डायरेक्टर, Ics Academy(since1999)