93 साल पहले रिलीज हुई थी ‘आलम आरा’ 7 दिन रही थी हाउसफुल
पहली बार 93 साल पहले रिलीज हुई थी ‘आलम आरा’ 7 दिन रही थी हाउसफुल आलम आरा भारत की पहली बोलती फिल्म, 40 हजार रुपए में बनी थी, पहला शो देखने 6 घंटे पहले पहुंच गए थे दर्शक। आलमआरा को अर्देशिर ईरानी ने डायरेक्ट किया था। फिल्म में मास्टर विद्ठल और जुबैदा ने मुख्य भूमिकाएँं निभाई थी। इस फिल्म में 7 गाने थे। आलम आरा के गाने दे दे ‘खुदा के नाम पे’ को भारतीय सिनेमा का पहला गाना माना जाता है। फिल्म के पहला शो की स्क्रीनिंग 14 मार्च 1931 को मुंबई के मैजेस्टिक सिनेमा में हुई थी। फिल्म बनाने वाले अर्देशिर ईरानी ने यह विशेष शो सिर्फ जनता की प्रतिक्रिया जानने के लिए रखा था। शो 3 बजे शुरू होना था, लेकिन लोग सुबह 9 बजे ही सिनेमा हॉल के बाहर जमा हो गए थे। भीड़ को काबू करने के लिए थियेटर मालिक को पुलिस बुलानी पड़ी थी। लोगों ने ब्लैक में खरीदे थे टिकट आलम आरा की दीवानगी का आलम ये था कि इसके टिकट लोगों ने ब्लैक में 50-50 रुपए में खरीदे थे, जो उस जमाने में काफी बड़ी रकम हुआ करती थी।हालांकि उस समय अंग्रेजों का राज था। इसलिए फिल्म को नियमित शो की इजाजत नहीं मिली थी। ऐसे में जब ‘आलमआरा’ देखने की मांग के साथ जनता सड़कों पर उतर पड़ी, तो विशेष शो के दो हफ्ते बाद हकूमत ने इसके नियमित सार्वजनिक प्रदर्शन की इजाजत दे दी। फिल्म के 28 मार्च 1931 से रेगुलर शुरू हुए। सात दिन तक सभी शो हाउसफल भी रहे।
40 हज़ार रुपए के बजट में बनी थी
आलम आरा को इम्पीरियल मुवीटोन नाम की प्रोडक्शन कंपनी ने प्रोड्यूस किया था। इस फिल्म का बजट 40 हजार रुपए था, जो आज की कीमत के 1.5 करोड़ के बराबर होता है। डायरेक्टर अर्देशिर ईरानी को आलम आरा बनाने की प्रेरणा 1929 में अमेरिकी पार्ट-टॉर की शो को देखने के बाद मिली थी। हालांकि 124 मिनट लंबी इस फिल्म का अब एक भी प्रिंट मौजूद नहीं है ।
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