महानदी :10 साल में महानदी पर 30 रिसर्च, सभी में एक ही बात- सिकुड़ जाएगी

10 साल में महानदी पर 30 रिसर्च, सभी में एक ही बात- सिकुड़ जाएगी

सूखे के कारण नदी के किनारे बसे गाँव में पेयजल और खेती का संकट

900 किलोमीटर बहने वाली यहां की जीवनदायिनी महानदी का कंठ अब में मई और जून के महीने में इसकी धारा पतली हो जाती थी, लेकिन वर्तमान में जनवरी महीने में ही नदी महानदी के बचाव के लिए जल्द ही उपाय नहीं किए गए तो आने वाले दिनों में यह पूरी तरह से सूख जाएगी। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) रायपुर में साल 2013 से अब तक कई स्टडी और रिसर्च महानदी को लेकर हुई हैं। इनमें से 30 रिसर्च का डेटाबेस में की एक बात कॉमन है, वह है महानदी सिकुड़ रही है और साल 2034 तक स्थिति ऐसे ही रही तो नदी के अस्तित्व पर खतरा सकता है। महानदी में बारिश का ही जल रहता है, लेकिन क्लाइमेट चेंज कारण अब बारिश की झड़ी नहीं अब बरसात बे मौसम और होती है, जिसके कारण पानी नदी में नहीं रूकता। वहीं नदी के सूखने के पीछे इसमें बने छोटे-बड़े सैकड़ों बांध और परियोजनाएं भी है।

प्रोफेसर डॉ. इश्तियाक अहमद, वाटर रिसोर्स डेक्लपमेंट एंड इरिगेशन इंजीनियरंग एक्सपर्ट, एनआईटी रायपुरप्रयोग कर रहे हैं।

Q. महानदी के सूखने के क्या कारण हैं?

महानदी बेसिन के सूखने के पीछे कई कारण हैं। छत्तीसगढ़-औडिशा में महानदी पर सैकड़ों बांध, बैराज़, एनीकट, बिजली संयंत्र और सिंचाई परियोजनाएं हैं, बांधों के निर्माण से तलछट भार और अपवाह में कमी आई है। पानी वहीं रूक जाते हैं। जिसके कारण आगे सुखा हो जाता है। महानदी में बांध तो बनाए गए हैं, लेकिन पानी छेड़ने को लेकर कोई सिस्टम नहीं है। वहीं महानदी क्षेत्र में रेनफाॅल असमय और तेज होती है इसके मैनेजमेंट की कमी है, जिसके कारण पानी नहीं रूकता।

Q. सूखने से कैसे प्रभाव देखने को मिल रहे हैं?

महानदी में पानी नहीं होने का असर खेती-किसानी में पड़ रहा है। आसपास के इलाकों में रहने वाले ग्रमीण पलायन कर रहे हैं । एग्रीकल्चर सूखा बढ़ रहा है। पानी के जलीय जीवों का नुकसान हुआ हैं। लोग बहुत ज्यादा ग्राउंड वाटर का उपयोग कर रहे हैं ।

Q. महानदी को सूखने से बचाया जा सकता है ?

बारिश के पानी को रोकने के लिए प्लानिंग की जरूरत हैं।राज्य में बने बांध 40 साल से भी ज्यादा पुराने हैं, ऐसे में इनकी स्टोरेज क्षमता कम हुई है। बांध से कितना पानी छोड़ना है, इसकी पॉलिसी बनानी चाहिए/ ताकि रुद्री बैराज जैसे बांध के जो सूखा हो जाता है वो नहीं होगा। गवर्नमेंट और लोगों को क्लासमेट चेंज के अनुसार प्लानिंग और फैसले करने होंगे। वाटरशेड की स्टडी के बाद ही प्रोजेवट पर काम काना होगा।

Q.उपाय नहीं किए तो भविष्य क्या हो सकता है?

 एक रिसर्च में आया है कि महानदी के लिए आने वाते 10 साल महत्वपूर्ण हैं। इस समय में ही महानदी की समस्या के समाधान की ओर काम करना होगा। यदि इस पर काम नहींकिया तो आस-पास जो स्थिति है वो और खराब हो सकती है।

विशेष – महानदी नदी मध्य भारत में बहने वाली एक नदी है, जो दक्षिण-पूर्वी छत्तीसगढ़ राज्य की पहाड़ियों से निकलती है। इसका कुल लम्बाई 858 किलोमीटर (533 मील) है। इस नदी का उद्गम छत्तीसगढ़ के सिहावा पर्वत से होता है। यह नदी छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और ओडिशा राज्यों से होकर बहती है।

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