विविध शिक्षा न्यूज : स्वास्थ्य विभाग में भर्तियों में देरी पर सीएम ने जताई नाराजगी • 30 हजार भर्ती करनी है, पर पीएससी – ईएसबी को प्रस्ताव नहीं भेजे : सीएस

स्वास्थ्य विभाग में भर्तियों में देरी पर सीएम ने जताई नाराजगी • 30 हजार भर्ती करनी है, पर पीएससी – ईएसबी को प्रस्ताव नहीं भेजे : सीएस

भोपाल । स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टरों, नर्सों और अन्य पदों पर भर्तियों की धीमी प्रगति पर गुरुवार को सीएम डॉ. मोहन यादव, उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला और मुख्य सचिव अनुराग जैन ने चिंता जताई। मुख्यमंत्री ने ‘समत्व’ में आयोजित बैठक में विभागीय स्थिति की समीक्षा की और कहा कि लंबित भर्तियों को जल्द पूरा करने के उपाय खोजे जाएं। सीएम ने अधिकारियों से भर्ती प्रक्रिया में अड़चनों की जानकारी ली। चर्चा के लगभग 15 मिनट बाद उन्होंने संबंधित विभागों को समाधान के बिंदुओं पर विचार करने के निर्देश दिए। इसके बाद वे रिव्यू का आदेश देकर बैठक से निकल गए। उनके जाने के बाद उपमुख्यमंत्री ने रिव्यू शुरू किया। शुक्ला ने पूछा कि जब एक वर्ष पहले पदों की मंजूरी मिल चुकी है और वित्तीय स्वीकृति भी उपलब्ध है, तो नियुक्तियों में देरी क्यों हो रही है। मुख्य सचिव ने आश्चर्य व्यक्त किया कि अब तक मप्र लोक सेवा आयोग (पीएससी) और कर्मचारी चयन मंडल को कई पदों के प्रस्ताव नहीं भेजे गए हैं। सरकार ने स्वास्थ्य विभाग में 46 हजार पदों को मंजूरी दी, इनमें से 17 हजार आउटसोर्स कर्मी पद भी शामिल हैं ।

बैठक में सामने आया कि 700-800 डॉक्टरों के पद के लिए 5000 आवेदन आए, सबकुछ हो गए तो फिर भर्ती होने चाहिए। विभाग के अफसरों ने कहा- एमपीपीएससी में तीन सदस्य हैं। यानी तीन बैंच बनेगी। ये रोज इंटरव्यू भी करें तो कम से कम डेढ़ माह का वक्त लगेगा।

कर्मचारियों की कमी को देखते हुए 46,491 लोगों की भर्ती की
• स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग की ओर से सिर्फ 7000 की ही भर्ती कार्यवाही प्रारंभ की गई है। डॉक्टरों के पद के लिए 600 लोग शार्ट लिस्ट हुए हैं, पर उनके इंटरव्यू तक नहीं किए गए। नर्सिंग में कोई भर्ती नहीं हुई।

• स्वास्थ्य मंत्री ने यही बात सीएम के सामने रखी। तब बैठक
बुलाई गई। यहां प्रमुख सचिव व एनएचएम संचालक की बजाए आधे सवालों के जवाब निचले स्तर के अधिकारियों व कंसलटेंट ने देने की कोशिश की, जिससे मंत्री सीएस तल्ख हो गए।

बैठक में मौजूद चयन मंडल के अध्यक्ष संजय शुक्ला ने बताया कि 6 हजार पदों की परीक्षाएं कराई जा चुकी हैं। क्लर्क पद का परिणाम जारी होने वाला है। मंडल के पास तीन माह का निश्चित साइकिल होता है; जैसे ही प्रस्ताव मिलेंगे, तीन माह के भीतर परीक्षा और परिणाम दोनों पूरे कर दिए जाएंगे। इस पर सीएस ने स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव संदीप यादव और मिशन संचालक सलोनी सिडाना से स्थिति स्पष्ट करने को कहा।

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