Category: History

रानी दुर्गावती के समर्पण पर भावी पीढ़ियाँ गर्व करेंगी 

लेखक – श्री मोहन यादव ,मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश  जबलपुर मध्यप्रदेश की संस्कारधानी है। इतिहास मेंइसका गौरवशाली स्थान है। जबलपुर का उल्लेख हर युग में मिलता है। यह वैदिक काल में जाबालि ऋषि कीतपोस्थली रही है।...

प्रसिद्ध वास्तुकला स्थल: केदारनाथ मंदिर एक अनसुलझी पहेली है  ….

केदारनाथ मंदिर एक अनसुलझी पहेली है  …. केदारनाथ मंदिर का निर्माण किसने करवाया था इसके बारे में बहुत कुछ कहा जाता है। पांडवों से लेकर आदि शंकराचार्य तक। आज का विज्ञान बताता है कि...

वेदों में उन्नती के सूत्र 

वेदों में उन्नती के सूत्र 

वेदों में उन्नती के सूत्र  जैविक-अजैविक तत्वों से सजी हमारी प्रकृति स्वयं में परिपूर्ण है। इसके पशु-पक्षियों में, जीव-जंतुओं में जीवन जीने की कला का स्वाभाविक ज्ञान होता है। जैसे- गाय-भैंस को तैरना कोई...

स्वतंत्रता आन्दोलन में मध्यप्रदेश का योगदान

1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के फलस्वरूप राष्ट्रीय आंदोलन की पृष्ठभूमि मध्यप्रदेश में तैयार हो चुकी थी। अंग्रेज़ों की कुटिल राजनीति के विरुद्ध 1857 के पहले भी मध्यप्रदेश के कुछ राजाओं ने विद्रोह का...

कल्पना‌ ‌दत्त‌

कल्पना‌ ‌दत्त‌

 ‌कल्पना‌ ‌दत्त‌ ‌का‌ ‌जन्म‌ ‌27‌ ‌जुलाई,‌ ‌1913‌ ‌को‌ ‌चटगाँव‌ ‌के‌ ‌एक‌ ‌गाँव‌ ‌श्रीपुर‌ ‌में‌ ‌हुआ‌ ‌था.‌ ‌यह‌ ‌गाँव‌ ‌अब‌ ‌बाग्लादेश‌ ‌के‌ ‌हिस्से‌ ‌में‌ ‌है.‌ ‌आजादी‌ ‌की‌ ‌लड़ाई‌ ‌में‌ ‌उन्होंने‌ ‌बहुत‌ ‌साहस‌ ‌के‌ ‌साथ‌ ‌महत्वपूर्ण‌ ‌भूमिका‌...

महाराजा रणजीत सिंह

महाराजा रणजीत सिंह का जन्म 13 नवम्बर, 1780 को गुंजारवाला में हुआ था. उनके पिता महासिंह सुकरचकिया मिसल के सरदार थे. रणजीत सिंह की माता का नाम राजकौरथा. बचपन में ही उनको चेचक हो...

दादरा और नागर हवेली ,दमन और दीव

दादरा और नागर हवेली ,दमन और दीव

दादरा और नागर हवेली  क्षेत्रफल- 491 वर्ग किमी., जनसंख्या- 2,20,490, पुरुष- 1,21,666,  महिलाएं- 98, 824, राजधानी- सिलवासा, मुख्य भाषाएं- गुजराती, हिन्दी, मराठी एवं अंग्रेजी, उच्च न्यायालय- मुंबई, शहरी जनसंख्या- 22.9 प्रतिशत, जनसंख्या घनलत्व- 449...

आंध्र प्रदेश की तीन राजधानियां

आंध्र प्रदेश की तीन राजधानियां 20 जनवरी, 2020 को अंध प्रदेश राज्य की विधानसभा ने राज्य में तीन राजधानियां बनाने की योजना संबंधी ‘ आंध्र प्रदेश विकेंद्रीकरण और सभी क्षेत्रों का रामावेशी विकास विधेयक,...

पुनर्जागरण (Renaissance) का अर्थ एवं पृष्ठभूमि

पुनर्जागरण (Renaissance) का अर्थ एवं पृष्ठभूमि

पुनर्जागरण (Renaissance) का अर्थ एवं पृष्ठभूमि पुनर्जागरण (Renaissance) शब्द का सामान्य अर्थ होता है. फिर से जागना’ अर्थात् पुनर्जागरण से तात्पर्य उस बौद्धिक आन्दोलन से है. जिसके तहत पश्चिम के राष्ट्र मध्ययुग की प्रवृत्तियों...

लाल हरदयाल (1884-1939),लोकमान्य तिलक (1856-1920),रोमेश चंद्र दत्त (1848-1909),लाला लाजपत राय (1865-1928)

लाल हरदयाल (1884-1939) लाला हरदयाल का जन्म 14 अक्टूबर 1884 को दिल्ली में हुआ था तथा वे उन कुछ प्रसिद्ध राष्ट्रवादियों में से एक थे, जिन्होंने विदेश में रहकर भारतीय स्वाधीनता संग्राम के लिए...