सरकारी स्कूलों लापरवाही और पोर्टल की धीमी रफ्तार के कारण 2.42 लाख छात्रों की अटकी स्कॉलरशिप| NEET UG 20 लाख लाख छात्रों से जुड़ा है मामला

सरकारी स्कूलों लापरवाही और पोर्टल की धीमी रफ्तार के कारण 2.42 लाख छात्रों की अटकी स्कॉलरशिप

मध्यप्रदेश। सरकारी स्कूलों लापरवाही और पोर्टल की धीमी रफ्तार के कारण जिले।के 2.42 लाख से ज्यादा विद्यार्थियों की स्कॉलरशिप अटक गई।  सत्र खत्म होने को है लेकिन 12वीं तक के इन विद्यार्थियों के खातों में स्कॉलरशिप की राशि नहीं आई। मामले लापरवाही और तकनीकी खामियां भी सामने आई फरवरी की शुरुआत में पूरी हो जाना थी, लेकिन माह शासन ने अंतिम तारीख इस अवधि में भी प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी तो इन सभी छात्रों की स्कॉलरशिप अटक जाएगी। स्कॉलरशिप की देरी से अभिभावक भी परेशान हो रहे। वैसे कागजी प्रक्रिया खत्म होने पर भी अधूरी है। राहत की बात ये है शासन ने अंतिम तारीख 15 मार्च कर दी है।

9वीं से 12वीं तक के 47 हजार में से सिर्फ 19 हजार की बनी प्रोफाइल

हालत ये है कि 9वीं से 12वं तक के स्टूडेंट्स के लिए इस साल प्रदेश सरकार ने टीएसएस पोर्टल(एमपी ट्राइबल अफेयर्स एंड शेड्यूल कास्ट वेलफेयर ऑटोमेशन सिस्टम) बनाया है। इस पर एक बार अकाउंट बनाने के बाद हर साल छात्रं को अकाउंट नहीं बनाना होगा। लेकिन इस नए पोर्टल पर जिले के 9वीं से 12वीं तक के 47 हजार 111 में से महज 19 हजार 463 छात्रों की हीप्रोफाइल बनी है। सिर्फ 10 हजार 566 छात्र ही स्कॉलरशिप के लिए अप्लाय कर पाए हैं। उनमें भी विभाग ने 9 हजार 478 प्रोफाइल को ही वेरिफाई कर अप्रूब्ड किया है।

समग्र पोर्टल नहीं कर रहा काम

पहली से 8वीं तक के स्टूडेंट्स की स्कॉलिरशिप समग्र पोर्टल पर अपडेट हो रही हो, लेकिन उनकी स्कॉलरशिप की प्रक्रिया भी बेहद धीमी है। पोर्टल पर 2 लाख 28 हजार18 की प्रोफाइल अप्रूब्ड हो सकी है। लेकिन उनके खाते में अब तक कोई पैसा ट्रांसफर नहीं हो सका है।

स्कूलों की तापरवाही भी बड़ी वजह है

स्कॉलरशिप नहीं मिलने के पीछे बड़ी वजह सरकारी स्कूलों की लापरवाही है। कई छात्रों के खाते नेशनल पेमेंट्स कॉपोरेशन ऑफ इंडिया से नहीं जोड़े गए हैं। कुछ खाते पुराने और लेनदेन नहीं होने कारण बंद हैं। वहीं  किसी के समग्र आईडी, जाति प्रमाण पत्र एवं आधार कार्ड में जन्मतिथि का मिलान नहीं किया गया है। स्कूलों की जिम्मेदारी है कि बैंकों से समन्वय कर खातों को लिंक कराएं, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।

पोर्टल नहीं चलने के कारण अटकी स्कॉलरशिप

पोर्टल नहीं चलने के कारण स्कॉलरशिप अटकी है। कई स्कूलों ने समय पर दस्तावेज पूरे नहीं किए, उससे भी देरी हो रही है। इसे लेकर तेजी से काम किया जा रहा है। भोपाल से स्वीकृति मिलते ही स्टूडेंट्स के खातों में स्कॉलरशिप की राशि डाल दी जाएगी।

  • मंगलेश व्यास, जिला शिक्षा अधिकारी

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